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Jun 15, 2013

Junior National Wrestling Championship, Chandigarh

By Deepak Ansuia Prasad
"जूनियर राष्ट्रिय -कुश्ती चैंपियनशिप 2013 - चंडीगढ़"

वर्ष भर विभिन्न प्रकार के राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती के चैंपियनशिप कराते रहना , जनतंत्र की आधारशिला पर बनाए गये भारतीय कुश्ती संघ की विशेषता है। मई 9,10 और 11 को चंडीगढ़ में इस बार वर्ष 2013 की जूनियर नेशनल चैंपियनशिप प्रतियोगिता संपन्न हुई। लगभग पन्द्रह साल बाद चंडीगढ़ प्रदेश को कुश्ती के इस आयोजन का मौका मिला था। कुश्ती की यह पुरुष वर्ग में बत्तीसवीं , और महिला वर्ग में पंद्रहवीं प्रतियोगिता थी। प्रतियोगिता में लगभग छ सौ पहलवानों , सौ तकनीकी कर्मचारियों , एक सौ पच्चास सहकर्मियों , ने भाग लेकर प्रतियोगिता का सफल संचालन किया। कुश्ती संघ में कुल छबीस आधिकारिक यूनिट्स है , सभी यूनिट्स ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। सभी राज्यों खासकर दिल्ली , हरयाणा, उत्तर प्रदेश, एम् पी , राजस्थान , केरला , पंजाब, मिजौरम , उत्तराखंड , झारखण्ड ,बिहार, छतीसगढ़ , बंगाल, मणिपुर , सीमा सुरक्षा बल , इत्यादि की टीमो ने भाग लिया। दिल्ली , हरयाणा, उत्तर परदेश और सीमा सुरक्षा बल पिछले वर्ष के विभिन्न वर्गों में चैंपियन रहे , उनकी तरफ से कुछ ख़ास वर्गों में २-२ टीम मैदान में उतरी। इस चैंपियन शिप में , फ्री स्टाइल , ग्रीको रोमन , और वीमेन फ्री स्टाइल की कुश्तिया थी। प्रतियोगिता में कुछ अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी जैसे देवी सिंह ठाकुर , बजरंग , प्रवीण राणा , दीपक सोमवीर , युधवीर , सतेंदर इत्यादि खिलाडी, और महिलाओं में इंदु चौधरी , रूबी चौधरी, ललिता , ऋतू मअलिक , पूजा ढानढा , साक्षी मालिक, सीमा, किरण सभी इंटरनेशनल खिलाडियों ने भाग लिया। इस आयोजन में नाडा को डोपिंग टेस्ट के लिए भी आमंत्रित किया गया और उन्होंने अपनी एक टीम खिलाडियों के यूरिन टेस्ट के लिए भेजी। प्रतियोगिता में चैंपियनशिप पंजाब , दिल्ली और हरयाणा को मिली . जिसमे पंजाब ने ग्रीको रोमन, दिल्ली ने फ्रीस्टाइल बॉयज , और हरयाणा ने फ्रीस्टाइल गर्ल्स में सर्वाधिक पदक लेकर टीमचैंपियनशिप ट्राफी अपने नाम की। दिल्ली के पहलवानों ने फ्रीस्टाइल में तीन -२ गोल्ड और सिल्वर झटक लिए, उनके पीछे हरयाणा और सीमा सुरक्षा बल रहे। महिलाओं के वर्ग में छ से ज्यादा गोल्ड और 2 कांस्य पदकों ने हरयाणा को महिला कुश्ती में चोटि पर पहुंचा दिया। हरयाणा की सरिता ने हर मुकाबले को बड़ी शानदार ढंग से जीत कर फाइनल में ऋतू मलिक को मात दी। उधर हिन्द केसरी सत्यवर्त ने अपने सामने किसी को नहीं टिकने दिया , दिल्ली के दीपक ने तूफानी कुश्तियां लड़ गोल्ड अपनी झोली में डाला। ग्रीको रोमन में हरयाणा के सोनू ने बड़ी शानदार बाज़ी मारी। 60 किलोग्राम में सीमा सुरक्षा बल के प्रदीप ने दिल्ली के प्रदीप को हरा कर गोल्ड पर कब्ज़ा ज़माया। हरयाणा की पूजा dhandha ने भी 50 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड हासिल किया। दिल्ली की दिव्या सैन ने अच्छी कुश्ती दिखा कर दिल्ली को महिला वर्ग में एक कांस्य पदक दिलाया। दिल्ली की लड़कियों में नीलम , और नीना ने अच्छी कुश्तियां दिखाई लेकिन भाग्य साथ न रहने से वो प्रेलिमिनरी राउंड में ही बाहर हो गई। चंडीगढ़ कुश्ती संघ के मुखिया पंजाब पुलिस के डायरेक्टर जनरल सैनी साहब है। वो वास्तव में कुश्ती प्रेमी है . उनके मातहत रहे सभी कर्मचारियों ने आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मैं उन्हें कोटि कोटि धन्यवाद देता हूँ, पहलवानों के रहने का इंतज़ाम सेक्रेटरी दर्शन लाल ने किया , हालांकि उन्होंने मुझे पहचानने से इनकार कर, मेरे खाने -रहने के इंतज़ाम में असमर्थता दर्शाई. मेरी कुश्ती की साईट kushtiwrestling.blospot.com पर मुझे कोई आमदनी तो है नहीं जिससे मै किसी अच्छे होटल में ठहरता पर, खैर मुझे सड़क पर भी तो नहीं रहना पड़ा सूरज पहलवान जैसे कुश्ती प्रेमी , और अजय -पाठक भाई को धन्यवाद देना चाहूँगा उन्होंने वक्त पर मेरे खाने - घुमने का ठीक इंतज़ाम किया। कुश्ती ही एक ऐसा खेल है जिसमे कुश्ती प्रेमी सभी आम व् ख़ास जन कुश्ती देखने , और पहलवानों का हौसला बढाने पहुँचते है,कुश्ती संघ के सभी पदाघिकारी और विभिन्न नामी अखाड़ों से गुरु खलीफा भी कुश्ती देखने पहुंचे , वहीँ पर सतेंदर डागर, और पहलवान नवीन मोर से मुलाकात हुई , उन्होंने मेरे काम के लिए मेरी सराहना की जिसके लिए मै उन्हें तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ। कम्पटीशन में रेफरी और मैट ऑफिसर कृपा शंकर पटेल , विक्रम कुमार, अजित सिंह, जगबीर , योगेश , भरद्वाज , महेंदर सिंह, इत्यादि ने सटीक निर्णय दिए। भाई कृपा शंकर और विक्रम जैसे पहलवान NIOS कोच हैं और मैट के रूल्स में विशेषग्यता हासिल किये हुए है , सटीक निर्णय में इनकी सराहना जितनी की जाय उतनी कम है। प्रतियोगिता में अध्यक्ष ब्रजभूषण जी, सेक्रेट्री राज सिंह जी, पूर्व अध्यक्ष जी एस मंडेर , गुरु हनुमान अखाड़े से द्रोणाचार्य महासिंह राव , व् कुश्ती संघ के अन्य यूनिट्स से पहुंचे अध्यक्षों का मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए प्रतियोगिता में पहुंचे सभी विशिष्ट व्यक्तियों के द्वारा पुरष्कार वितरित किये गये। भाई अजय पाठक और भारद्वाज जी को पहलवानों के भोजन के अच्छे इन्तेजाम के लिए सम्मानित किया गया। हालाँकि डोपिंग के लिए प्रार्थना फेडरेशन द्वारा ही की गई थी और नाडा के अधिकारियों को आमंत्रित किया गया था , और डोपिंग टेस्ट का एपिसोड इस आयोजन की किताब में एक काले अध्याय की तरह ही जोड़ा जाएगा। जैसे ही खिलाडी मैट से उतरे उन्हें वहां पर मौजूद पुलिस वालों ने एक चोर की भाँती पकड़ लिया , कहीं पर तो खींचा तानी भी हुई , और फिर पुलिसिया रवैया हावी होने लगा , पहलवानों के हाथ पकड़ कर एक कमरे में ले जा कर बंद करते हुए जब और पहलवानों ने देखा की अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने पर उन्हें चोर डाकुओं की तरह ट्रीट किया जा रहा है, तो उनमे भय की सी लहर दौड़ गई , जो इतनी तीव्र हो गई की पहलवान मैट छोड़ कर भागने लगे। और उन्हें पुलिस वाले दौड़ कर पकड़ने लगे अफरा तफरी का माहोल पैदा हो गया। वास्तव में ये डोपिंग टेस्ट के नियमों के खिलाफ है , क्या नाडा और खेल अधिकारीयों को नहीं चाहिए था की वे नियमो को ताक पर न रखें। मै शर्तिया कह सकता हूँ की पहलवानों को डोपिंग से सम्बंधित नियमों की जानकारी न के बराबर थी। मेरे कुश्ती संघ से प्रार्थना है की पहलवानों को समय -२ इस तरह के नियमों की जानकारी , और उनके कर्तब्य और अधिकारों के बारे में जानकारी जरूर देनी चाहिए। मै पिछले समय में से पहलवानों से मिला हूँ जो नियम न जानने के अभाव में इस में फंस चुके हैं। बहरहाल कुछ पहलवानों को नदारद पाए जाने पर उन्हें डोपिंग टेस्ट के लिए दुबारा बुलाया गया औरनदारद गैर रहने पर छ्ह पहलवानों के खिलाफ अनुशाश्नात्म्क करते हुए उन से पदक वापस ले लिए गए।

ENGLISH VERSION

The Wrestling Federation of India is one of the best sports institution based on democratic set up. The usp of the organization is that it keeps on organizing many many wrestling competition and events at district , state , national and international level. Wrestling is admired , praised and loved by many here in india. And the wrestling fans always turn up anywhere these events are organized and contribute to the success of the events. This time too from may 9-12 , a junior national wrestling championship was organized at Chandigarh. This was the first event of wrestling here after the gap of 15 years. So there was much enthusiasm among the organizers i.e. the wrestling federation of India, The wrestling federation of Union Territory of Chandigarh and the Punjab Police. The DGP of Punjab police himself who is an ardent wrestling lover himself presided the organized committee as the chairman. It was destined to be a great event.

This was the 32nd event in a row for men’s wrestling and 15th for the women. More than 600 wrestlers, 100 technical officials, and 150 other volunteers and employed contributed to the successful organization of the event. There are 26 units under the wrestling federation of india, including team units of Haryana, Punjab, Uttar Pardesh, Delhi, Rajsthan, MP, Bihar, Chhatis Garh, Bengal, Odisa, Mijorum, Manipur, Uttranchal, Maharashtra, karnatka, kerla,J&K, and others states, besides one team from armed forces SSCB. All the 26 units participated with their teams of men and women. I saw women for the first time competing from J& K. it was pleasant as event the gulf countries has now opened up and started allowing women to take part in sports.

Haryana, Uttar Pardesh and Delhi were champions last time in different categories so they turn up with two teams. It was going to be a great show. There were weights on the evening of 9th and then matches for the whole day from 10-12 of May 2012. There were separate lodging facilities for men and women , and there were kitchen for officials and wrestlers Organised by Punjab Police men Ahay Kumar and Bhardwarj ji.

There were events in Free style for all 7 weight categories for men and women. And there were greeco roman event for men. There were many star and international wrestler in the fray. The youngest Hind kesri Satyvart, Devi Singh Thakur, Bajrang, Praveen Rana, Deepak, Somveer, Yudhveer, Satender among men and Indu Chowdhry, Divya Kakran, Rooby chowdhry, Lalita, Ritu Malik, Pooja Dhandha, Sakshi Malik, Seema, Kiran, among women.

The Natinal Anti Doping Agency ( NADA) were also invited to take urince samples of players to check any drug related cases.

The overall champion ship went to Punjab for Greeco Roman, to Delhi for free style in men’s category and to Haryana for Free style in women’s Category.

The wrestler of Delhi won three gold and silver each in the men’s free style category, followed by Harayan and SSCB. Women of Haryana won more than half a dozen of gold and two bronze and topped the charts. Sarita of Haryana proved too good for their opponents it was delight to see her stormed into finals where she fought with international wrestler Ritu Malik and won. Satyvart was also remain one sided he defeated babar of up and other best wrestlers in fray with a super ease and emerged champion. Deepak of delhi fought like Hercules and he brought gold to his state, likewise Girl Wrestler Divya could bring the only bronze. Sonu of Haryana won gold in Greeco Roman. In 60 kg category Pradeep of SSB defeated pradeep of delhi and clinched gold. Girl wrestler Pooja Dhanda was super , she won gold in 50kg weight category showing her superme skills and techniques. Neelam of delhi missed her mark with a narrow points , there was a dispute in her third round and she has to go for a fourth round most uncommon and got defeated in that round.

The chairman of the organizing committee was the DGP of Punjab Police Mr. Saini. He is a wrestling lover and under his supervision every one there including men from their force did their best to make the event a successful and to remember in the memories of those attended the event. I appreciate their efforts and supervision. Everything went well. There were separate arrangement for men and women’s boarding and lodging. Good quality food was arranged by Ajay Pathak ji and Bhardwar ji of Punjab Police. There were adequate security arrangement, parking, and although I was not welcomed by General Secretary Darshan lal ji, but I did not mind that, wrestling lovers, and my acquaintances helped me stay away from sleeping on payments. Suraj Pahlwan and Ajay pathak ji were among them who helped my staying arrangements and food. I thank them a lot personally for supporting me. Kushti is such a sport that veteran wrestlers, kushti fans always reaches to events and put their efforts in the success of event. The brother hood and determination for betterment of the sport is hardly seen among people of other sport. There I met with many senior wrestlers like Satender Dagar, Naveen More. They supported me for my work on wrestling for which I thanked them.

There were technical officials Kripa Shankar Patel, Vikram Kumar, Ajit Sing, jagbeer, Yogesh, Bhardwaj, Mahender etc. who decided the bouts well and except a few hiccups the envet was managed well by them. Coaches and refrees like Kripa Shankar and Vikram kumar are NIOS coaches and they know their job very well and are learned and experienced refrees. For which all the technical officials need thumbs up.

Wrestling Seniors, Chief guests and other VIP’s and the team managers of each units of WFI were honored and momentos were presented to them. WFI President Shre Brajbhushan ji, Generl Sercretary Shri Rajsingh ji, Premnath ji, past president GS mander ji, Mahasingh Rao ji, awarded prizes to wrstlers and they were given special honors by Chandigarh wrestling association for their longstanding service to the wrestling fraternity.

The officials of NADA took urine samples of few selected wrestlers. However their style of functioning was totally unprofessional. They took help of the policeman standing nearby in the security arrangements and these policemen caught hold of the wrestlers soon they came out of mat finishing their bouts, they were not even allowed to gasp some air, it was really disgusting and wrestler were frightened seeing them being held like common thieves and started running from them and it seemed like chase and catch situation. When I went inside the Nada office room there were many wrestler among them men and women being dumped in that room with policeman guarding outside lest they run away. I think that rules were flaunted. There should be an information to the sportsman that he is being tested and he should submit himself before the nada official with one of his trusted man. And chasing wrestlers like thieves is not the proper way. It was learned later that 6 wrestlers who did not turned up for dope tests were deprived of their medals. i have to say that there should be a proper training about these things to the wrestlers and their coaches so that in near future dope tests can be carried our cordially. I have met sports men before who have their life hanging due to such ignorance of NADA or WADA rules.









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